सादर प्रणाम
प्राथमिक शिक्षा बालक के आगे की शिक्षा की
आधारशिला होती है जिस सीमा तक यह आधारशिला कमजोर होती है उसी अनुपात में छात्र की गतिविधिया
प्रभावित होती है। यदि छात्र फेल होते हैं तो यह अभिभावकों व शिक्षकों के लिये
अत्यधिक चिंता का विषय होता है ऐसे छात्रों के लिये विद्यालय दुखदायी स्थान होता
है यह छात्र अपनी असफलता से सफलतापूर्वक छुटकारा पा सकते हैं यदि इनकी अधिगम
कठिनाइयों का सही प्रकृति में निदान किया जाए। शिक्षक और अभिभावक शिक्षण की योजना
इस प्रकार बनाएँ कि छात्रों की अधिगम समस्याओं का निवारण हो सके।
विद्या भारती
द्वारा संचालित माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों की शिक्षक प्रभावशीलता का अध्ययन यह
दर्शाता है की आयु और निवास स्थान के आधार पर सभी शिक्षकों को शिक्षक प्रभावशीलता
उच्च कोटि की हैं।
सत्यप्रकाश
लक्ष्मी देवी सरस्वती विद्या मंदिर हसनपुर अमरोहा अपनी प्रबंध समिति के कुशल
मार्गदर्शन द्वारा स्वच्छ पर्यावरण में निर्मित यह विद्यालय अपने आचार्य/आचार्या
सहयोग से पंचपदी शिक्षण पद्धति के द्वारा अनुशासित ज्ञान वाचक छात्र छात्राओं को
सुसंस्कार देकर तैयार करता है जो समाज सेवा करते हुए राष्ट्र के लिए समर्पित होते हे /
विद्यालय प्रधानाचार्य
श्रीमान विवेक गुप्ता जी